Wednesday, July 30, 2008

"अपनी कहानी"







"अपनी कहानी"

अपनी कहानी उसकी ज़ुबानी सुनता हूँ,
मेरी कहानी जग ने जानी सुनता हूँ;
सारे जगत में फैल गयी उसकी खूशबू,
महक रही है रात की रानी सुनता हूँ;
फिर दिल के टुकडे कर जायेगी
आएगी जब याद पुरानी सुनता हूँ;
और नही बस एक मोहब्बत का अरमां
बहुत बड़ा है उसका दानी सुनता हूँ
बहुत तलब है बहुत तड़प है ओर कसक ,
कोई नही है उसका सानी सुनता हूँ;
खाली खाली था जीवन पर तुमको पाकर
एक खुशी है एक हैरानी सुनता हूँ;
एक उदासी दिल पे थी जो मौत के जैसी
लेकिन अब जीने की ठानी सुनता हूँ;

15 comments:

vipinkizindagi said...

चाहे हो दोस्त कम,
बस दोस्ती में हो दम,
क्या कर लेंगे गम,
जब मिलकर लड़ेंगे हम

Anonymous said...

Wowwwwwww :)

सारे जगत में फैल गयी उसकी खूशबू,
रही है रात की रानी सुनता हूँ;

Truely a good one, good sense of rhythmic presense!

बालकिशन said...

एक उदासी दिल पे थी जो मौत के जैसी
लेकिन अब जीने की ठानी सुनता हूँ;"

बहुत खूब.
बेहतरीन और उम्दा

नीरज गोस्वामी said...

बहुत तलब है बहुत तड़प है ओर कसक ,
कोई नही है उसका सानी सुनता हूँ;
बहुत खूब...अभी तो प्रस्तुतीकरण में पूरे ब्लॉग जगत में आप का कोई सानी नहीं है...वाह.
नीरज

मोहन वशिष्‍ठ said...

वाह जी वाह क्‍या खूब कही है मजा आ गया एक गाने के शेर मुझे याद आ रहे हैं बस ये ही कहूंगा कि

मौत भी आई तो इस नाज़ के साथ,
मुझ पे अहसान किया हो जैसे

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत भावभीनी रचना है।बहुत सुन्दर!!

Shishir Shah said...

woh ek din ek ajnabi ko,
meri kahani suna raha tha...

woh khat ke purze uda raha tha...

gulzar saab ki ghazal yaad aa gayi aap ki likhai padhte hi...bahot khubsurat...

अबरार अहमद said...

खाली खाली था जीवन पर तुमको पाकर
एक खुशी है एक हैरानी सुनता हूँ;

very nice.

रंजू भाटिया said...

खाली खाली था जीवन पर तुमको पाकर
एक खुशी है एक हैरानी सुनता हूँ;

bahut khub

डॉ .अनुराग said...

बहुत तलब है बहुत तड़प है ओर कसक ,
कोई नही है उसका सानी सुनता हूँ;
खाली खाली था जीवन पर तुमको पाकर
एक खुशी है एक हैरानी सुनता हूँ;
एक उदासी दिल पे थी जो मौत के जैसी
लेकिन अब जीने की ठानी सुनता हूँ;

bahut achhi panktiya hai....bahut khoob...

Udan Tashtari said...

बेहतरीन...सुनाते रहिये.बहुत आभार.

Anonymous said...

अपनी कहानी उसकी ज़ुबानी सुनता हूँ,
मेरी कहानी जग ने जानी सुनता हूँ;
bhut khoob
kafee achee kavita hai

admin said...

बहुत तलब है बहुत तड़प है ओर कसक ,
कोई नही है उसका सानी सुनता हूँ;।

बहुत प्यारा शेर है। बधाई।

अभिन्न said...

एक उदासी दिल पे थी जो मौत के जैसी
लेकिन अब जीने की ठानी सुनता हूँ;
mere dil ki baat aapki kalam se nikli..bahut achchha laga

Mukesh Garg said...

खाली खाली था जीवन पर तुमको पाकर
एक खुशी है एक हैरानी सुनता हूँ;


iske alawa kya kahu,