"तेरी अंजुमन में आ के"
तुमने तसल्ली पा ली थोडी देर बात कर के,
कभी वह भी दिन तो आए, तेरे सामने मैं बैठूं ,
हुआ मैं नसीब वाला, तेरी अंजुमन में आ के,
तेरी जीत में है पिन्हा मेरी जिंदिगी की खुशियाँ
तुझे ढूंढता था पहले तुझे मांगता है अब भी,
तेरे आने की ख़बर है मेरे दिल के रास्तों पर,
तुमने तसल्ली पा ली थोडी देर बात कर के,
मेरी तिशनगी बढा दी, ये ज़रा सा साथ कर के ....
कभी वह भी दिन तो आए, तेरे सामने मैं बैठूं ,
यूँ ही साथ साथ चलते, यूँ ही सारी बात कर के ....
हुआ मैं नसीब वाला, तेरी अंजुमन में आ के,
मेरे दर्द-ऐ-दास्ताँ को, है सुना समात कर के....
तेरी जीत में है पिन्हा मेरी जिंदिगी की खुशियाँ
मेरी जिदिगी बढ़ा दी मुझे ख़ुद से मात कर के ....
तुझे ढूंढता था पहले तुझे मांगता है अब भी,
मेरा दिल कहाँ गया है मुझे बे-सबात कर के.....
तेरे आने की ख़बर है मेरे दिल के रास्तों पर,
कहीं चोट लग न जाए ज़रा एहतिआत कर के......
19 comments:
"अब और"
आँखों की गहराई मे आंसू कहीं दफ़न हो जाया करें ,
हर पल बरस कर सर -ऐ -महफिल तमाशा अब और बनाया ना करें .
अधूरी कहानी , प्यार का अफसाना कुछ भी मेरी ख्वावीश ना बने,
मोहब्बत की बातें मेरी तन्हाईयों को तन्हा अब और कर जाया ना करें.
कौन सी कयामत से गुजरा नही अब तलक ये नादाँ दिल मेरा ,
गम के बदल का रुख मेरी चौखट पे अब और आया ना करें .
कोई मुलाकात , जज्बात , एहसास , अब खंजर बन के दिल मे न चुभें,
वो लम्हा यादों के भवर मे मुझे अब और उलझाया न करें.
किसी माहोल , मंजर , महफिल से अब कोई रुसवाई न मिले मुझको ...
कभी वह भी दिन आए, तेरे सामने मैं बैठूं ,
यूँ ही साथ साथ चलते यूँ, सारी बात कर के .........
Kitna khubsurat likhtii hein aap.Kuda karey ke aapki shayari pe aur nikhar aaye...
Meray blog par apna kiimti waqt bitane aur ghazalein pasand karne ke lie aapka dil se sukra guzaar huun..
sundar hai
jessi kavita hai us se bhi achi pictures hai. great ka combination hota hai aapka. kaise search karti hai mughe bhi bata de...
Imran khan
The nice thing with this blog is, its very awsome when it comes to there topic.
main dekh raha hoon Seema aur tum par garv bhee kar raha hoon.............
"jo bhi karti ho kamaal karti ho
kaam tum bemisaal karti ho
Allah karay zoray kamaal aur ziyada"
............tumhara fan tumhara prshansak..........chakor
too good
op
very nice
vangmay patrika aligarh
तेरे आने की ख़बर है मेरे दिल के रास्तों पर,
कहीं चोट लग न जाए ज़रा एहतिआत कर के............
दिल पर असर कर गई.......
तुझे ढूंढता था पहले तुझे मांगता है अब भी,
मेरा दिल कहाँ गया है मुझे बे-सबात कर के.....
बहुत खूब
कोई मुलाकात , जज्बात , एहसास , अब खंजर बन के दिल मे न चुभें,
वो लम्हा यादों के भवर मे मुझे अब और उलझाया न करें.
हासिले गजल शेर है, बधाई स्वीकारें।
हुआ मैं नसीब वाला, तेरी अंजुमन में आ के,
मेरे दर्द-ऐ-दास्ताँ को, है सुना समात कर के....
क्या कहने वाह जी वाह
तेरे आने की ख़बर है मेरे दिल के रास्तों पर,
कहीं चोट लग न जाए ज़रा एहतिआत कर के......
gaaya ja sakta hai ise ,itni behtareen bani hai..
तेरे आने की ख़बर है मेरे दिल के रास्तों पर,
कहीं चोट लग न जाए ज़रा एहतिआत कर के...
बहुत खूब... आहिस्ता-आहिस्ता
Baat baat ki Baat he..
Aur Ye Baat hame bahut pasand aayi, khass taur per iske classic photographs
Hamesha ishi tarah baatein kerte rehna....
तेरे आने की ख़बर है मेरे दिल के रास्तों पर,
कहीं चोट लग न जाए ज़रा एहतिआत कर के...
bahut achcha sher
हमेशा की तरह...एक बार फ़िर..लाजवाब कर दिया हम को...
नीरज
हुआ मैं नसीब वाला, तेरी अंजुमन में आ के,
मेरे दर्द-ऐ-दास्ताँ को, है सुना समात कर के....
तेरी जीत में है पिन्हा मेरी जिंदिगी की खुशियाँ
मेरी जिदिगी बढ़ा दी मुझे ख़ुद से मात कर के ..
बहुत सुन्दर लिखा है। बधाई।
सुन्दर. लिखते रहें
तुझे ढूंढता था पहले तुझे मांगता है अब भी,
मेरा दिल कहाँ गया है मुझे बे-सबात कर के.......
तेरे आने की ख़बर है मेरे दिल के रास्तों पर,
कहीं चोट लग न जाए ज़रा एहतिआत कर के............
umda shyari ka behtreen namuna.
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