Monday, October 6, 2008

इंतज़ार


"इंतज़ार"

"तुझको है इंतज़ार लफ्जों का,
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
दिल पे एक बोझ सा हमारे है,
कह के कुछ अश्कबार करते हैं
लफ्ज़ पूरे कहाँ हैं कहने को,
हम तुझे इतना प्यार करते हैं
अब तखय्युल मैं तुम ही बसते हो,
हम जो बातें हज़ार करते हैं
तेरे होटों को है सलाम उनका,
हम तेरे लिए दुआ बेशुमार करते हैं
एक "मुलाकात " ही तो है बाकी,
हम बहुत इंतज़ार करते हैं "

http://vangmaypatrika.blogspot.com/2008/10/blog-post_06.html

30 comments:

makrand said...

तेरे होटों को है सलाम उनका,
हम तेरे लिए दुआ बेशुमार करते हैं
एक "मुलाकात " ही तो है बाकी,
हम बहुत इंतज़ार करते हैं "

very simple words but creating the impect to penetrete every inch of thought
u got power to envisage the sense of emotions
regards

श्रीकांत पाराशर said...

Lafz poore kahan hain kahne ko, hum tumse itna pyar karte hain. Bahut hi achhi panktiyan hain. vaise aapki kya tarif karen, aap achha hi likhti hain. Likhte rahiye.

Rakesh Kaushik said...

kafi prabhsvi kavita hai. bahut hi badhiya."Lafz poore kahan hain kahne ko, hum tumse itna pyar karte hain" lajwab.

Rakesh Kaushik

Anonymous said...

mana ki door tak subha ka alam nahi hi,
per is dil ko umeed bahut hi ki savera hoga.
good luck

ताऊ रामपुरिया said...

एक "मुलाकात " ही तो है बाकी,
हम बहुत इंतज़ार करते हैं "

बहुत खूबसूरत इंतजार है ! शुभकामनाएं !

भूतनाथ said...

"तुझको है इंतज़ार लफ्जों का,
हम तेरा इंतज़ार करते हैं

सुंदर अति सुंदर ! धन्यवाद !

Anonymous said...

This is the one that should be print in 1st page of your book.... :)

mamta said...

सुंदर !

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत बढिया!!

तुझको है इंतज़ार लफ्जों का,
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
दिल पे एक बोझ सा हमारे है,
कह के कुछ अश्कबार करते हैं

रंजन (Ranjan) said...

"एक "मुलाकात " ही तो है बाकी,
हम बहुत इंतज़ार करते हैं "

खुब, बहुत खुब..

दीपक "तिवारी साहब" said...

बहत बेहतरीन ! धन्यवाद !

Unknown said...

हम तो पढ़कर बहुत खुश हुए । बहुत ही अच्छा लिखा जो आपने है । बधाई स्वीकार करें।

फ़िरदौस ख़ान said...

तुझको है इंतज़ार लफ्जों का,
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
दिल पे एक बोझ सा हमारे है,
कह के कुछ अश्कबार करते हैं
लफ्ज़ पूरे कहाँ हैं कहने को,
हम तुझे इतना प्यार करते हैं
अब तखय्युल मैं तुम ही बसते हो,
हम जो बातें हज़ार करते हैं

बहुत अच्छा लिखती हैं आप...

नीरज गोस्वामी said...

लफ्ज़ पूरे कहाँ हैं कहने को,
हम तुझे इतना प्यार करते हैं
लाजवाब...क्या बात है सीमा जी बहुत खूब...बहुत प्यारी रचना है ये आपकी.
नीरज

अभिन्न said...

"तुझको है इंतज़ार लफ्जों का,
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
जैसे हर बड़े फनकार की कोई ना कोई रचना,या उसका कोई टुकडा उस रचनाकार की पहचान बन जाता है.....to be or not to be .....w.shakespeare
a thing of beaity is a joy forever--john keats, and the above given lines can introduce SEEMA at fullest

भारतीय नागरिक - Indian Citizen said...

hamen bhi intzaar tha aapki post ka, aapke doosre blog par. bahut sundar likha hai intzaar ke baare men

Udan Tashtari said...

तेरे होटों को है सलाम उनका,
हम तेरे लिए दुआ बेशुमार करते हैं
एक "मुलाकात " ही तो है बाकी,
हम बहुत इंतज़ार करते हैं "


--बहुत उम्दा, क्या बात है!

प्रशांत मलिक said...

bahut badhiya..

राज भाटिय़ा said...

आप के शेर पढ कर मुझे एक गीत याद आ गया
हम इन्त्जार करेगे..... खुदा करे कि क्यामत...
बहुत ही प्यारी ओर सुनदर रचना के लिये आप का
धन्यवाद

Anonymous said...

लफ्ज़ पूरे कहाँ हैं कहने को,
हम तुझे इतना प्यार करते हैं

impressive

Anil Pusadkar said...

्सुन्दर

रविकांत पाण्डेय said...

तेरे होटों को है सलाम उनका,
हम तेरे लिए दुआ बेशुमार करते हैं

बहुत प्यारी रचना। मन पुलकित हो उठता है पढ़ते हुये।

दीपक said...

एक "मुलाकात " ही तो है बाकी,
हम बहुत इंतज़ार करते हैं "

क्या बात कही है आपने!आभार

योगेन्द्र मौदगिल said...

तुझको है इंतज़ार लफ्जों का,
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
दिल पे एक बोझ सा हमारे है,
कह के कुछ अश्कबार करते हैं
Wah..Wah
क्या बात है सीमा जी
आपका भी जवाब नहीं

बाल भवन जबलपुर said...

sach ati sundar

सचिन मिश्रा said...

Hamesa ki tarah bahut badiya.

राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगर said...

तीर स्नेह-विश्वास का चलायें,
नफरत-हिंसा को मार गिराएँ।
हर्ष-उमंग के फूटें पटाखे,
विजयादशमी कुछ इस तरह मनाएँ।

बुराई पर अच्छाई की विजय के पावन-पर्व पर हम सब मिल कर अपने भीतर के रावण को मार गिरायें और विजयादशमी को सार्थक बनाएं।

36solutions said...

विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनांयें

Mukesh Garg said...

bahut kuhb intjar hai aapka, har pyar karne wala uu hi intjar karta hai,

badhiyan

अरविंद said...

सुंदर अति सुंदर ....