"इंतज़ार"
"तुझको है इंतज़ार लफ्जों का,
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
दिल पे एक बोझ सा हमारे है,
दिल पे एक बोझ सा हमारे है,
कह के कुछ अश्कबार करते हैं
लफ्ज़ पूरे कहाँ हैं कहने को,
लफ्ज़ पूरे कहाँ हैं कहने को,
हम तुझे इतना प्यार करते हैं
अब तखय्युल मैं तुम ही बसते हो,
अब तखय्युल मैं तुम ही बसते हो,
हम जो बातें हज़ार करते हैं
तेरे होटों को है सलाम उनका,
तेरे होटों को है सलाम उनका,
हम तेरे लिए दुआ बेशुमार करते हैं
एक "मुलाकात " ही तो है बाकी,
http://vangmaypatrika.blogspot.com/2008/10/blog-post_06.html
30 comments:
तेरे होटों को है सलाम उनका,
हम तेरे लिए दुआ बेशुमार करते हैं
एक "मुलाकात " ही तो है बाकी,
हम बहुत इंतज़ार करते हैं "
very simple words but creating the impect to penetrete every inch of thought
u got power to envisage the sense of emotions
regards
Lafz poore kahan hain kahne ko, hum tumse itna pyar karte hain. Bahut hi achhi panktiyan hain. vaise aapki kya tarif karen, aap achha hi likhti hain. Likhte rahiye.
kafi prabhsvi kavita hai. bahut hi badhiya."Lafz poore kahan hain kahne ko, hum tumse itna pyar karte hain" lajwab.
Rakesh Kaushik
mana ki door tak subha ka alam nahi hi,
per is dil ko umeed bahut hi ki savera hoga.
good luck
एक "मुलाकात " ही तो है बाकी,
हम बहुत इंतज़ार करते हैं "
बहुत खूबसूरत इंतजार है ! शुभकामनाएं !
"तुझको है इंतज़ार लफ्जों का,
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
सुंदर अति सुंदर ! धन्यवाद !
This is the one that should be print in 1st page of your book.... :)
सुंदर !
बहुत बढिया!!
तुझको है इंतज़ार लफ्जों का,
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
दिल पे एक बोझ सा हमारे है,
कह के कुछ अश्कबार करते हैं
"एक "मुलाकात " ही तो है बाकी,
हम बहुत इंतज़ार करते हैं "
खुब, बहुत खुब..
बहत बेहतरीन ! धन्यवाद !
हम तो पढ़कर बहुत खुश हुए । बहुत ही अच्छा लिखा जो आपने है । बधाई स्वीकार करें।
तुझको है इंतज़ार लफ्जों का,
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
दिल पे एक बोझ सा हमारे है,
कह के कुछ अश्कबार करते हैं
लफ्ज़ पूरे कहाँ हैं कहने को,
हम तुझे इतना प्यार करते हैं
अब तखय्युल मैं तुम ही बसते हो,
हम जो बातें हज़ार करते हैं
बहुत अच्छा लिखती हैं आप...
लफ्ज़ पूरे कहाँ हैं कहने को,
हम तुझे इतना प्यार करते हैं
लाजवाब...क्या बात है सीमा जी बहुत खूब...बहुत प्यारी रचना है ये आपकी.
नीरज
"तुझको है इंतज़ार लफ्जों का,
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
जैसे हर बड़े फनकार की कोई ना कोई रचना,या उसका कोई टुकडा उस रचनाकार की पहचान बन जाता है.....to be or not to be .....w.shakespeare
a thing of beaity is a joy forever--john keats, and the above given lines can introduce SEEMA at fullest
hamen bhi intzaar tha aapki post ka, aapke doosre blog par. bahut sundar likha hai intzaar ke baare men
तेरे होटों को है सलाम उनका,
हम तेरे लिए दुआ बेशुमार करते हैं
एक "मुलाकात " ही तो है बाकी,
हम बहुत इंतज़ार करते हैं "
--बहुत उम्दा, क्या बात है!
bahut badhiya..
आप के शेर पढ कर मुझे एक गीत याद आ गया
हम इन्त्जार करेगे..... खुदा करे कि क्यामत...
बहुत ही प्यारी ओर सुनदर रचना के लिये आप का
धन्यवाद
लफ्ज़ पूरे कहाँ हैं कहने को,
हम तुझे इतना प्यार करते हैं
impressive
्सुन्दर
तेरे होटों को है सलाम उनका,
हम तेरे लिए दुआ बेशुमार करते हैं
बहुत प्यारी रचना। मन पुलकित हो उठता है पढ़ते हुये।
एक "मुलाकात " ही तो है बाकी,
हम बहुत इंतज़ार करते हैं "
क्या बात कही है आपने!आभार
तुझको है इंतज़ार लफ्जों का,
हम तेरा इंतज़ार करते हैं
दिल पे एक बोझ सा हमारे है,
कह के कुछ अश्कबार करते हैं
Wah..Wah
क्या बात है सीमा जी
आपका भी जवाब नहीं
sach ati sundar
Hamesa ki tarah bahut badiya.
तीर स्नेह-विश्वास का चलायें,
नफरत-हिंसा को मार गिराएँ।
हर्ष-उमंग के फूटें पटाखे,
विजयादशमी कुछ इस तरह मनाएँ।
बुराई पर अच्छाई की विजय के पावन-पर्व पर हम सब मिल कर अपने भीतर के रावण को मार गिरायें और विजयादशमी को सार्थक बनाएं।
विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनांयें
bahut kuhb intjar hai aapka, har pyar karne wala uu hi intjar karta hai,
badhiyan
सुंदर अति सुंदर ....
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