Saturday, September 20, 2008

"तेरी चाहत"



"तेरी चाहत"

तेरी हर अदा पे मुझे बस प्यार आता है,
जब मेरे साथ तू होती है करार आता है..
तेरी आँखें है सनम, या के हैं जाम-ऐ-शराब,
तेरी नज़रों को मैं देखूं तो खुमार आता है..
तू मेरे सामने है, ख्वाब हो , बेदारी हो,
अपनी बांहों में लिए तुझ को चला जाता हूँ..
तुझसे मिलने पे जो आजाए जुदाई का ख़याल,
दिल में तूफ़ान सा उठता ही चला जाता है..
तेरी चाहत की मेरे दिल में है हद कितनी,
कहाँ ग़ज़लों में या अल्फाज़ में कह पाता हूँ ..

32 comments:

Smart Indian said...

बहुत सुंदर, बधाई!

फ़िरदौस ख़ान said...

बहुत ख़ूब...

Rakesh Kaushik said...

atleast u diverte your mind in this way. and it's nice to see you in this phase of life.
i think it's really nice thougt n show a lovely picture in my mind. thanks.

Rakesh Kaushik

Unknown said...

बहुत सुंदर. अच्छा लगा,

Sajeev said...

seema ji excellent blog and excellent writing, u r so full of life, love to see more such writers

Anil Pusadkar said...

बहुत खूब हमेशा की तरह

नीरज गोस्वामी said...

तेरी आँखें है सनम, या के हैं जाम-ऐ-शराब,
तेरी नज़रों को मैं देखूं तो खुमार आता है...
बहुत खूब ...क्या बात है.
नीरज

Satish Saxena said...

हमेशा की तरह " सत्यम शिवम् सुन्दरम " आपजैसे लेखक बहुत कम हैं ! बधाई !

Advocate Rashmi saurana said...

तू मेरे सामने है, ख्वाब हो , बेदारी हो,
अपनी बांहों में लिए तुझ को चला जाता हूँ ...
तुझ से मिलने पे जो आ जाए जुदाई का ख़याल,
दिल में तूफ़ान सा उठता ही चला जाता है...
kya baat hai. ati uttam.

परमजीत सिहँ बाली said...

बहुत बढिया!

तुझ से मिलने पे जो आ जाए जुदाई का ख़याल,
दिल में तूफ़ान सा उठता ही चला जाता है...

रंजू भाटिया said...

बहुत सुंदर लगी यह रचना भी आपकी

जितेन्द़ भगत said...

खूबसूरत गजल

makrand said...

तुम मेरे साथ रहो बस्ती में तन्हाई में, तुम मेरे साथ चलो दर्द की गहराई मे

the way you expressed the desire to being worship to each other
mindblowing
keep it up
regards

makrand said...

तुम मेरे साथ रहो बस्ती में तन्हाई में, तुम मेरे साथ चलो दर्द की गहराई मे

the way you expressed the desire to being worship to each other
mindblowing
keep it up
regards

Anonymous said...

तेरी नज़रों को मैं देखूं तो खुमार आता है...

खुमार

ye asal khumaari ..........
unpredictable?

Arvind Mishra said...

सहज सरल जाने पहचाने लफ्जों में ही गहरी अनुभूति की बातें -----आपकी शायरी परिभाषित !

सचिन मिश्रा said...

Bahut khub.

ताऊ रामपुरिया said...

अति सुन्दरतम ! शुभकामनाएं !

दीपक "तिवारी साहब" said...

बेहतरीन रचना ! बहुत बधाई आपको !

राज भाटिय़ा said...

क्या बात हे आप ने तो हमे पुराने दिन याद दिला दिये, इतने सुन्दर सुन्दर शेर लिख कर,
धन्यवाद

Sumit Pratap Singh said...

सादर नमस्कार!

कृपया निमंत्रण स्वीकारें व मेरे ब्लॉग सुमित के तडके (गद्य) पर पधारें। "एक पत्र आतंकवादियों के नाम" आपकी अमूल्य टिप्पणी हेतु प्रतीक्षारत है।

अभिन्न said...

तुझसे मिलने पे जो आजाए जुदाई का ख़याल,
दिल में तूफ़ान सा उठता ही चला जाता है..............
सीमा जी,एक बहुत ही सुन्दर सा गीत लिख दिया है आपने ,गुनगुनाने के काबिल है औरों को सुनाने के काबिल है,आपका ये गीत तो दिल लगाने के काबिल है

vijaymaudgill said...

क्या बात है सीमा जी बहुत ख़ूब लिखी है रचना आपने। अपनी बाहों में िलए तुझ को चला जाता हूं
तुझसे मिलने पे जो आजाए जुदाई का ख़याल

बहुत ख़ूब।

36solutions said...

तू मेरे सामने है, ख्वाब हो , बेदारी हो,
अपनी बांहों में लिए तुझ को चला जाता हूँ..

झूल-झूल जाता मम मानस-नयन बीच,

विविध विनोदमय वह मोद चित्र है,

बात कल की, और आज कुछ और ही है,

विधि का विधान ऐसा ही विचित्र है ।

पं.मुकुटधर पाण्‍डेय (छायावाद के प्रर्वतक)

seema gupta said...

'Thanks a lot to all valuable readers for your presence n preceious words' Regards

Dr. Zakir Ali Rajnish said...

तुझसे मिलने पे जो आजाए जुदाई का ख़याल,
दिल में तूफ़ान सा उठता ही चला जाता है..।


बहुतप्‍यारा शेर है, बधाई।

विक्रांत बेशर्मा said...

तेरी चाहत की मेरे दिल में है हद कितनी,
कहाँ ग़ज़लों में या अल्फाज़ में कह पाता हूँ ..

बहुत ही उम्दा....!

योगेन्द्र मौदगिल said...

अच्छी कविता...........
वाह.. वाह.. सीमा जी..
शुभकामनाएं...

admin said...

तेरी हर अदा पे मुझे बस प्यार आता है,
जब मेरे साथ तू होती है करार आता है..

बहुत खूबसूरत और दिलकश पंक्तियॉं हैं। बधाई।

गौतम राजऋषि said...

मजा आ गया मैम......बहुत ही सुंदर शब्द संयोजन और हमारी हौसलाअफ़जाई का भी शुक्रिया

Asha Joglekar said...

Great gazal.

Mukesh Garg said...

तेरी हर अदा पे मुझे बस प्यार आता है,
जब मेरे साथ तू होती है करार आता है..



bahut hi acchi lines likhi hai seema ji.

badhiyan