तुमसे पहेले कहाँ कोई इतना प्यार करता था कौन था जो मेरा हर घड़ी इन्तेज़ार करता था, आज तुझ से हुआ जो रूबरू तो जाना , थीं तसव्वुर तुम कहीं जिस से प्यार करता था "
Aap ki ye char line ne sab kuch bayan kar diya hai. Aap ka blog maine Parul ji ke comment list mai se paya...bahot sundar likha hai..baaki ke comments dheere dheere aayenge...hope u wont mind...
23 comments:
touchie really very nice . but again on tht very topic.
but undoubtly it's great.
today i give a new name
"Lady Galib" u r relly able to be tht in my view.
Rakesh KAushik
ज़ख्म हूँ रिसता रहूँगा ,
रग -ऐ -लहू मे उतर जाऊंगा,
गम-ऐ-बेवफाई से उपजा हूँ ,
ये ना सोच के भर जाऊंगा.
बहुत गहरी बात है ! शुभकामनाएं !
ज़ख्म हूँ रिसता रहूँगा ,
रग -ऐ -लहू मे उतर जाऊंगा,
गम-ऐ-बेवफाई से उपजा हूँ ,
ये ना सोच के भर जाऊंगा.
क्या बात है सुभान-अल्लाह !!
दिल को छू लेने वाली नज़्म है...
Seemaji, really excellent. no need to say more then this.
गंभीर बात कह दी आपने
बहुत खूब ...
bewafaai ka ghum bhi kya khoob kahaa
bina soche lahoo men utarne ka kahaa
jakhm ki risaai bhi jatlaai
ye dillagi thi ke ruswaai
ha ha haa haa ha
bhut sundar. gahari rachana.
तुमसे पहेले कहाँ कोई इतना प्यार करता था कौन था जो मेरा हर घड़ी इन्तेज़ार करता था, आज तुझ से हुआ जो रूबरू तो जाना , थीं तसव्वुर तुम कहीं जिस से प्यार करता था "
bahut gahri baat kah di
बेवफाई से उपजे जख्म भरते नहीं। क्या खूब लिखा है आपने बधाई
ज़ख्म हूँ रिसता रहूँगा ,
रग -ऐ -लहू मे उतर जाऊंगा,
गम-ऐ-बेवफाई से उपजा हूँ ,
ये ना सोच के भर जाऊंगा...
बहुत खूब
जलदी से इन्हे किसी ड्रा० बाबु को दिखाओ ,बरसात का मोसम हे कही नासुर ना बन जाये.... :)
धन्यवाद सुन्दर शेर के लिये, बहुत खुब हमेशा की तरह से
ऐ जख्म तू चाहे तो नासूर बन जा
बेवफा की मनीन्द तू मगरूर बन जा
जिन्दा कहाँ रहे हम उस गुमशुदा के बाद
एक तेरा ही तो साथ रहा उस बेवफा के बाद
very nice lines...kaise soch lete ho.....
Hi,
Aap ki ye char line ne sab kuch bayan kar diya hai. Aap ka blog maine Parul ji ke comment list mai se paya...bahot sundar likha hai..baaki ke comments dheere dheere aayenge...hope u wont mind...
fantastic four lines.
hmmmmm.......
it pinchs deeply.
ALOK SINGH "SAHIL"
waah ,................................... mere paas iske alawa kuchh nahi kehne ke liye. is peer ko jisne jaana hai.
usko zamane ne mana hai.
aapka web page kamaal ka hai
वेदना की सहज अभिव्यक्ति।
today is world heart day
regards
badhiya
"Zakhm hai, ristaa rahungaa,
.........................
..........................
Ye na sonch bhar jaunga!"
Kin alfazonme tareef karun??
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