Saturday, June 1, 2013

"आग-पानी है मिट्टी है हवा है मुझमें "

"आग-पानी है मिट्टी है हवा है मुझमें 
मेरे खालिक का कोई राज़ छुपा है मुझमें ।"

"Aag pani hai mitti hai hawa hai mujh mein
mere khalik ka koi raaz chupa hai mujh mein"

1 comment:

ताऊ रामपुरिया said...

नायाब...!!

रामराम.