Seema Gupta Sher PUBLISHED IN ''SAHAFAT''(DAILY ) Friday 03rd August 2012 (http://sahafat.in/delhi/
"Tera chehra jab bhi dekha toh mujhe aisa laga
Jis tarah koi rubayi ho Umar Khayam ki "
" तेरा चेहरा, जब भी देखा तो मुझे ऐसा लगा
जिस तरह कोई रुबाई हो उमर खय्याम की "
1 comment:
बहुत ही बेहतरीन और प्रभावपूर्ण रचना....
जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ
मेरे ब्लॉग
जीवन विचार पर आपका हार्दिक स्वागत है।
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