"kahkashaaN se aaj dil ki kon ye guzar gaya
zarra zarra reshmi shuaa'oN se nikhar gaya"
"कहकशां से आज दिल की कौन ये गुज़र गया
ज़र्रा ज़र्रा रेशमी शुआओं से निखर गया "
zarra zarra reshmi shuaa'oN se nikhar gaya"
"कहकशां से आज दिल की कौन ये गुज़र गया
ज़र्रा ज़र्रा रेशमी शुआओं से निखर गया "
1 comment:
wah ji wah kya kuhb likh hai
badhiyan
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